ब्यूरो: इस दिन देवी दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार देवी ब्रह्मचारिणी ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। अपनी तपस्या के कारण ही उन्हें ब्रह्मचारिणी के नाम से जाना जाता है। 'ब्रह्मा' शब्द का अर्थ है तपस्या और 'ब्रह्मचारिणी' का अर्थ है - तपस्या करने वाली। देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से व्यक्ति को अपने सभी कार्यों में विजय प्राप्त होती है। मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने वाला व्यक्ति सर्वत्र विजयी होता है।
यहां जानें नवरात्रि 2024 दूसरा दिन और मां ब्रह्मचारिणी के बारे में वो सब जो आपको जानना चाहिए:
कौन हैं मां ब्रह्मचारिणी?
सफेद वस्त्र धारण करने वाली मां ब्रह्मचारिणी के दो हाथ हैं, जिनमें उनके दाएं हाथ में माला और बाएं हाथ में कमंडल है। इनकी पूजा करने से व्यक्ति में जप और ध्यान की शक्ति बढ़ती है। मां ब्रह्मचारिणी अपने भक्तों को संदेश देती हैं कि कठोर परिश्रम से ही सफलता प्राप्त की जा सकती है। कहा जाता है कि नारद जी की सलाह पर मां ब्रह्मचारिणी ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कठोर तपस्या की थी, इसलिए उन्हें तपश्चारिणी भी कहा जाता है। मां ब्रह्मचारिणी हजारों वर्षों तक जमीन पर गिरे बेलपत्र खाकर भगवान शिव की आराधना करती रहीं और बाद में उन्होंने पत्ते खाना भी बंद कर दिया, जिसके कारण उनका एक नाम अपर्णा भी पड़ा। देवी मां हमें हर परिस्थिति में कड़ी मेहनत करने और कभी हार न मानने की प्रेरणा देती हैं।
नवरात्रि 2024 का दूसरा दिन: तिथि और मुहूर्त
नवरात्रि का दूसरा दिन 4 अक्टूबर को है। द्रिक पंचांग के अनुसार, द्वितीया तिथि 5 अक्टूबर को सुबह 5:30 बजे तक रहेगी।
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 4:38 से 5:27 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11:46 से दोपहर 12:33 बजे तक
विजया मुहूर्त - दोपहर 2:07 से दोपहर 02:55 बजे तक
नवरात्रि 2024 का दूसरा दिन: माँ ब्रह्मचारिणी को अर्पित करने के लिए भोग सामग्री
माँ ब्रह्मचारिणी को चीनी या गुड़ का भोग लगाएँ। इसके अलावा, आप चीनी या गुड़ से बनी मिठाई भी चढ़ा सकते हैं। गुड़ या चीनी का भोग लगाने से माँ ब्रह्मचारिणी लंबी आयु का आशीर्वाद देती हैं। इसके अलावा, नवरात्रि के दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी को बरगद के फूल चढ़ाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।
नवरात्रि 2024 दिन 2: रंग
नवरात्रि का प्रत्येक दिन नवदुर्गा में से किसी एक की आराधना के लिए समर्पित है, और नौ दिवसीय उत्सव का रंग भी अलग-अलग होता है। दूसरे दिन का शुभ रंग हरा है। यह प्रकृति का प्रतिनिधित्व करता है और विकास, उर्वरता, शांति और शांति की भावना पैदा करता है।
नवरात्रि 2024 दिन 2: मां ब्रह्मचारिणी पूजा मंत्र प्रार्थना
दधाना कारा पद्मभ्यमक्षमाला कमंडलु देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा
पूजा मंत्र - ओम देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः
स्तुति - या देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः