ब्यूरोः नाभा जेल ब्रेक केस के मास्टरमाइंड रमनजीत सिंह रोमी को भारत लाया जा रहा है। हांगकांग से उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी मिल गई है। पंजाब पुलिस की टीम उसे दिल्ली ला रही है। इसे पंजाब पुलिस की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है, क्योंकि जेल से भागने वाले लोगों के लिए यह सबसे बड़ी मदद थी। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) के एआईजी गुरमीत सिंह चौहान ने उसे भारत लाने की पुष्टि की है।
उन्होंने कहा कि एसपी, दो डीएसपी समेत छह सदस्यों की टीम उन्हें लेने गई है। पंजाब पुलिस ही उसे हांगकांग से ला रही है। उसके खिलाफ पंजाब में तीन मामले दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि यह पंजाब पुलिस की बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि विदेश में बैठे आरोपियों के लिए एक सबक है। पुलिस के हाथ बहुत लंबे हैं।
रोमी का रेड कॉर्नर नोटिस कर दिया गया था जारी
इससे पहले गैंगस्टर रोमी के लापता होने के बाद उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। रोमी पर 2016-17 में जालंधर और लुधियाना में हुई हत्याओं में भी शामिल होने का संदेह है। पंजाब पुलिस के मुताबिक, वह गैंगस्टर गुरप्रीत सिंह शेख के संपर्क में था। गुरप्रीत उन 6 लोगों में शामिल था जो नवंबर 2016 में नाभा जेल से भाग गए थे और इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता थे। पुलिस का मानना है कि रोमी ने जेल से भागने वालों को पैसे मुहैया कराए थे। साथ ही उसने जेलब्रेक की पूरी साजिश हांगकांग से ही रची थी।
नाभा जेल से 6 कैदी हो गए थे फरार
27 नवंबर 2016 को पटियाला की नाभा जेल से 6 कैदी भाग गए थे, जिनमें 2 आतंकवादी और 4 कुख्यात गैंगस्टर शामिल थे। जेल ब्रेक में भागे गार्मखियाली लिबरेशन फोर्स के प्रमुख हरमिंदर सिंह मिंटू को कुछ घंटों के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लेकिन दूसरा आतंकी कश्मीर सिंह भाग निकला। वहीं, इस मामले में शामिल मुख्य आरोपी गैंगस्टर विक्की गोंडर को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है।