Haryana Election 2024: चुनाव लड़ने का काफी अनुभव..., तोशाम विधानसभा सीट से टिकट मिलने पर बोलीं श्रुति चौधरी
ब्यूरोः भारतीय जनता पार्टी ने भिवानी जिला के तहत आने वाले चारों विधानसभा क्षेत्रों से अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इनमें भिवानी विधानसभा क्षेत्र से विधायक घनश्याम सर्राफ पर पांचवी बार भरोसा जताया है। तोशाम से पूर्व सांसद श्रुति चौधरी का टिकट दी है। वहीं, लोहारू हल्के से वित्त मंत्री जयप्रकाश दलाल को टिकट दी है। बवानीखेड़ा हल्के से नए चेहरे कपूर वाल्मीकि को टिकट दी है। उन्हें यह टिकट बवानीखेड़ा से विधायक व राज्य मंत्री विशंबर वाल्मीकि के स्थान पर मिली है।
तोशाम विधानसभा क्षेत्र से श्रुति चौधरी को मिली टिकट
तोशाम विधानसभा क्षेत्र से 49 वर्षीय श्रुति चौधरी को टिकट मिली है। वे पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री चौ. बंसीलाल की पौत्री है। उनके दिवंग्त पिता चौ. सुरेंद्र सिंह राज्य सरकार में कृषि मंत्री रह चुके है। उनकी माता किरण चौधरी भाजपा से राज्यसभा सांसद है तथा पूर्व मेंं मंत्री रह चुकी है। यह सीट चौ. बंसीलाल की परंपरागत सीट रही है। श्रुति चौधरी की शिक्षा बीए, एलएलबी तक है।
श्रुति चौधरी के राजनीतिक करियर
श्रुति चौधरी के राजनीतिक करियर की शुरूआत 2009 में हई थी। जब ये कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतकर सांसद बनी थी। वर्ष 2014 व 2019 के चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर भाजपा उम्मीदवार धर्मबीर सिंह से हार गई। वर्ष 2024 में उन्हे कांग्रेस पार्टी ने टिकट नहीं दिया। जिसके बाद वे भाजपा में शामिल हो गई।
चुनाव लड़ने का काफी अनुभव रहाः श्रुति चौधरी
टिकट मिलने के बाद श्रुति चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उनका चुनाव लड़ने का काफी अनुभव रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें जिताऊ उम्मीदवार और मैरिट के आधार पर टिकट दी है। तोशाम विधानसभा क्षेत्र चौ. बंसीलाल का गढ़ रहा है तथा उनके परिवार के सदस्यों ने यहां बड़े स्तर पर विकास कार्य करवाए है। ऐसे में उन्हे लोगों से पूरा साथ मिलेगा। उन्होंने बताया कि वे तोशाम विधानसभा क्षेत्र के आधे से अधिक गांवों का दौरा पूरा भी कर चुकी है। उनके सामने कांग्रेस से उनके चचेरे भाई अनिरूद्ध चौधरी को टिकट मिलने की प्रबल संभावनाओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव तो चुनाव होते है। भले ही कोई भी व्यक्ति सामने हो।
श्रुति चौधरी ने किया जीत का दावा
इससे पूर्व भी उनके पिता चौ. सुरेंद्र सिंह के सामने उनके ताऊ चौ. रणबीर सिंह महेंद्रा अलग-अलग पार्टियों से आमने-सामने चुनाव लड़ चुके है, जिसमें रणबीर सिंह महेंद्रा उनके पिता से हारे थे। वे भी अपने चचेरे भाई को तोशाम विधानसभा से पटखनी देंगी। उन्होंने कहा कि पार्टी की टिकट ना मिलने से नाराज लोगों से वे व्यक्तिगत रूप से मिलकर उन्हे मनाएंगी। क्योंकि हर चुनाव में ऐसा होता है। पार्टी विभिन्न कार्यकर्ताओं में से किसी एक पर ही विश्वास जताकर उसे आगे बढ़ाती है। उनकी हमेशा कोशिश रहती है कि उनकी पार्टी का कोई भी व्यक्ति नाराज ना रहे। ऐसा ही प्रयास उनका अबकी बार भी रहेगा।