ब्यूरोः जाली आधार कार्ड का उपयोग करके उच्च सुरक्षा वाले संसद परिसर में प्रवेश करने का प्रयास करने पर सीआईएसएफ कर्मियों ने 3 लोगों को पकड़ा किया। इसके बाद सीआईएसएफ ने इन व्यक्तियों को दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस इन सभी आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी हुई है।
जानकारी के अनुसार बीते दिन नियमित सुरक्षा और पहचान जांच के दौरान संसद भवन के फ्लैप गेट पर 3 मजदूर प्रवेश कर रहे थे। इस दौरान सीआईएसएफ कर्मियों ने तीनों को रोका और हिरासत में लिया। आगे की जांच में सीआईएसएफ ने पाया कि उनके आधार कार्ड जाली थे। इसके बाद सीआईएसएफ ने इन व्यक्तियों को दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया है। दिल्ली पुलिस ने तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान कासिम, मोनिस और सोएब के रूप में हुई है। इन सभी पर जालसाजी और धोखाधड़ी से संबंधित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।
सीआईएसएफ ने सुरक्षा का जिम्मा संभाला
यह घटना सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस की टुकड़ियों की जगह सीआईएसएफ द्वारा संसद परिसर की पूरी सुरक्षा का जिम्मा संभालने के तुरंत बाद हुई। वहीं, गिरफ्तार किए गए तीनों व्यक्ति डीवी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड की ओर से नियोजित थे, जिसे संसद परिसर के अंदर सांसदों के लाउंज का निर्माण करने का ठेका दिया गया था।
आरोपियों पर मामला दर्ज
दिल्ली पुलिस ने आरोपियों पर आईपीसी की धारा 465 (जालसाजी), 419 (छद्मवेश द्वारा धोखाधड़ी), 120 बी (आपराधिक साजिश), 471 (जाली दस्तावेज को असली के रूप में उपयोग करना) और 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) के तहत मामला दर्ज किया।