ब्यूरोः भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट (Repo Rate) में कोई बदलाव नहीं किया है, फिर भी कई बैंकों ने लोन (lone) पर ईएमआई बढ़ानी शुरु कर दी। SBI ने होम लोन के ब्याज दरों में एक बार फिर बढ़ोतरी की है। इसका मतलब है कि आपको लोन पर ज्यादा ईएमआई देनी पड़ेगी। भारतीय स्टेट बैंक ने 15 जून से सभी टेन्योर के लिए अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 10 प्वाइंट्स या 0.1 फीसदी की बढ़ोतरी की है। जिससे हर महीने पहले से ज्यादा ईएमआई चुकानी होगी।
MCLR किस टेन्योर में कितना हुआ?
रेपो रेट से जुड़े लोन पर कोई असर नहीं पड़ेगा
होम लोन और ऑटो लोन समेत ज्यादातर रिटेल लोन एक साल की मिल दर से जुड़े हैं। MCLR में बढ़ोतरी से RBI रेपो रेट या ट्रेजरी बिल जैसे बाहरी बेंचमार्क से जुड़े कर्ज़ लेने वाले ग्राहक पर कोई असर नही पड़ता है। अक्टूबर 2019 से बैंकों को नए लोन को इन बाहरी बेंचमार्क से जोड़ना जरूरी हो गया है।
SBI ने बॉन्ड के माध्यम से 100 मिलियन डॉलर कमाए
SBI ने शुक्रवार को जानकारी दी कि कारोबार बढ़ोतरी को समर्थन देने के लिए बॉन्ड के माध्यम से लगभग 830 करोड़ रुपए जुटाए हैं।